शेयर बाज़ार में कंपनी के शेयर के मूल्य (Price) को दरसाने और उसका आकलन करने के लिए कई प्रकार के तकनिकी Chart का उपयोग किया जाता है जैसे की Line Chart, Bar Chart, Candlestick Chart इत्यादि।
यह सभी Chart कंपनी के शेयर या किसी भी इंडेक्स (Index) इत्यादि के मूल्य के उतार-चढ़ाव का तकनिकी विश्लेषण और शेयर के मूल्य में होने वाले बदलाव को समझने और अनुमान लगाने में सहायता करता है। उपयुक्त सभी प्रकार के Chart Pattern में Candlestick Chart सबसे ज्यादा प्रचलित (Famous) और उपयोग होने वाला चार्ट है।
आज हमलोग इस आर्टिकल Basic Knowledge Of Candlestick / Candlestick का बुनियादी ज्ञान में Candlestick के बुनयादी यानि की Basic ज्ञान के बारे में सीखेंगे जिससे हमें शेयर के मूल्य का तकनिकी विश्लेषण करने में सहायता प्राप्त होगी।
Candlestick क्या है (What is Candlestick)
Candlestick एक प्रकार का Chart है जिससे हमें किसी शेयर के भाव (Price) और Movement को समझने का एक तरीका है और इसी Candlestick Chart में मौजूद एक Candle को ही Candlestick कहते है या पुरे Chart को Candlestick Chart को कहा जा सकता है।
Candlestick को हिंदी में मोमबत्ती कहा जाता है क्यूंकि जब यह Candlestick Chart में बनती है तो यह एक मोमबत्ती के तरह लगता है। Candlestick Chart दो प्रकार के होते है Single Candlestick और Multiple Candlestick.
शेयर बाज़ार में की जाने वाले गलतियों से बचने के लिए पढ़े: शेयर बाज़ार कि गलतियां / Mistakes in Share Market
Candlestick की विशेषताए (Characteristics of Candlestick)
किसी भी Candlestick Chart को पढ़ने या समझने के लिए आपको सबसे पहले Candle को समझना और उसकी विशेषताओ के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। Candlestick में निम्नलिखित विशेषताए होती है:
Body of Candlestick (मोमबत्ती का शारीर): Candlestick में मोजूद Candle के बिच (Middle) के भाग को उस कैंडल का शारीर या Body कहा जाता है। कैंडल का Body का रंग उसके Price Movement को दर्शाता है।
Upper Wick of Candlestick (मोमबत्ती का ऊपरी विक): Candlestick के Body के उपर में मौजूद लंबी रेखा को उस कैंडल का ऊपरी विक कहा जाता है। ऊपरी विक कैंडल के उच्चतम मूल्य को दर्शाता है।
Lower Wick of Candlestick (मोमबत्ती का निचला विक): Candlestick के Body के निचे मौजूद लंबी रेखा को उस कैंडल का निचला विक कहा जाता है। किसी भी कैंडल का निचला विक उस कैंडल के नियुनतम मूल्य को दर्शाता है।
Color of Candlestick (मोमबत्ती का रंग): Candlestick सामान्यता दो रंग के होते है लाल और हरा, एक लाल कैंडल यह दर्शाता है की मूल्य निचे की और जा रहा है और ठीक इसके विपरीत एक हरा कैंडल यह दर्शाता है की मूल्य ऊपर की और जा रहा है।
Candlestick के विशेषताओ से प्राप्त जानकारी: ऊपर दिए गए Candlestick के विशेषताओ से हमें एक कैंडल की चार जानकारी प्राप्त होती है जो हमें उस कैंडल को पढ़ने में सहायता करती है, जो निम्नलिखित है
- Open: यह वह मूल्य दर्शाता है जिसमें एक कैंडल का भाव Open (खुलता) है।
- High: उचाई यह दर्शाता है की किसी भी कैंडल में उसका मूल्य कितना उच्चा गया या कितना High बना।
- Low: यह कैंडल का मूल्य कितने निचे तक गया या उसका नियुनतम मूल्य क्या था यह दर्शाता है।
- Close: इससे हमें यह जानकारी मिलती है की कैंडल का मूल्य कितने में बंद हुआ अर्थात वह कितने में Close हुआ।
सामान्य रूप से सरल भाषा में हमलोग Candlestick को दो भागों में विभाजित कर सकते हैं जैसे लाल मोमबत्ती (Red Candlestick) और हरा मोमबत्ती (Green Candlestick)
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Red Candlestick (लाल मोमबत्ती)
जब किसी Candle का Open Price उसके Close Price के निचे रहता है तब एक Red Candle बनता है। एक Red Candle Bearish (मंदी) का संकेत देता है। Red Candlestick के निम्नलिखित विशेषताए है जिससे हमें कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है।
Bearish Indication (मंदी का संकेत): जब किसी Candlestick Chart पर एक Red Candle बनता है तो यह एक Bearish यानि मंदी का संकेत होता है जिससे हमें यह समझ में अत है की उस Asset का Price निचे की और जा रहा है।
जब किसी Candlestick Chart पर निरंतर कई सारे Red Candles का निर्माण होता है तब हमें यह संकेत करता है की उस Asset का Price एक Downtrend यानि गिरावट में है।
Movement Of Price (मूल्य की चाल): Red Candle में Close Price उसके Open Price से हमेशा निचे होता है, इससे हमें Price के Movement को समझने में मदद मिलती है।
Formation Of Candle (मोमबत्ती का निर्माण): एक Red Candle का निर्माण होने के लिए Candle का मूल्य उसके Open Price से निचे Close होना अनिवार्य है तभी एक Red Candle का निर्माण होता है।
उदाहरण के लिए यदि किसी Asset के चार्ट का निर्माण में एक कैंडल बनता है और उसका Open Price 300, Low Price 270 तथा उसी कैंडल का High Price 320 है और उस कैंडल का Close Price 280 होता है तो यहाँ एक Red Candle का निर्माण होगा।
Green Candlestick (हरा मोमबत्ती)
Green Candle किसी भी Candlestick Chart में एक Bullish (तेजी) का संकेत देता है जिससे हमें यह समझ में अत है की चार्ट का मूल्य उप्पेर की ओर जा रहा है। Green Candle में Candle का Close Price हमेशा उस Candle के Open Price के ऊपर होता है। Green Candlestick के निम्नलिखित विशेषताए है जिससे हमें कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है।
Bullish Indication (तेजी का संकेत): किसी भी Asset के Candlestick Chart में अगर Green Candle को निर्माण होता है तो उसे एक तेजी यानि Bullish का संकेत मन जाता है।
जब Candlestick Chart पर निरंतर कई सारे Green Candles का निर्माण होता है तब हमें यह संकेत करता है की उस Asset का Price एक Uptrend में है और यह एक अच्छा समय हो सकता है उस Asset को खरीदने का।
Movement Of Price (मूल्य की चाल): Green Candle में उसका Close Price हमेशा उसके Open Price के ऊपर होता है, इससे हमें यह समझने में सहायता मिलती है की Price का Movement निचे की और जा रहा है।
Formation Of Candle (मोमबत्ती का निर्माण): जब किसी Candle का Close Price उसके Open Price के ऊपर होता है तब एक Green Candle का निर्माण होता है और यह संकेत होता है की Price ऊपर की और जा रहा है।
उदाहरण के लिए एक Asset के चार्ट में ए क कैंडल का निर्माण होता है जिसका Open Price 530, Low Price 480 और उसका High Price 550 है तथा उसका Close Price 540 है जो की उसके Open Price से 10 ऊपर है जिसके कारण यह Candle एक Green Candle बनता है।
Candlestick या Candlestick Pattern का महत्व
Buyers और Sellers की मंशिकता समझने में सहायक: Candlestick Chart का हर एक Candle आपको बाज़ार में मौजूद Buyers (खरीदने वाले) और Sellers (बेचने वाले) लोगो के ताकत और उनके बीचे होने वाले उठा-पटक को दर्शाता है।
जब एक Candle का पूर्ण निर्माण यानि Close होता है उसके पहले उसके Price में बहुत बदलाव होते रहता है और कई बार तो Candle का Close होने के पहले वोह Green और Red कई बार होता है।
Technical analysis में Price की भविष्यवाणी (Predict) करने में महत्व: हमें किसी भी शेयर में निवेश करने के पहले उसके भविष्य के मूल्य का अनुमान करना यानि उसका आकलन करना अनिवार्य है। Candlestick Chart से हमें भविष्य के मूल्य का अनुमान करने में सहायक होता है।
Candle के आकार, रंग और उसके स्थान से प्राप्त महत्वपूर्ण जानकारी: Candlestick Chart में Red Candle का मतलब यह नहीं की मूल्य भविष्य में भी निचे जायेगा और ना ही Green Candle का मतलब मूल्य आब भविष्य में ऊपर ही जायेगा Green और Red Candle केवल आपको विक्रेताओ और खरीदारों के Sentiment को दर्शाता है।
Candlestick के द्वारा मूल्य का अनुमान लगाने के लिए हमें यह देखना अनिवार्य है की एक Candle का निर्माण की स्थान पर हुआ है कभी-कभी ऐसा भी होता है की एक लम्बे Downtrend (जब मूल्य लगातार निचे जाता रहता है) और तब यदि एक Red Hammer Candle का निर्माण होता है तो इसे यह अनुमान लगाया जाता है की आब मूल्य भविष्य में ऊपर की और जा सकता है। अर्थात Candle के रंग के साथ हीसाथ कैंडल के निर्माण का स्थान और उसका आकार भी उतना ही महत्व है।
Candlestick Pattern कई बार अपने अतीत (Past) को दोहराता है: Candlestick Chart में कई बार आपको अतीत के मूल्य और चार्ट का Pattern से भी आप भविष्य के मूल्य का अनुमान लगा सकते है क्यूंकि Candlestick Chart कई बार अपने अतीत के Pattern को दोहराता है। हमें Candlestick Chart का विश्लेषण (Analysis) करने के लिए उस चार्ट के अतीत के Price Action का भी आकलन करना अनिवार्य है जिससे उसके भविष्य के मूल्य का अनुमान लगाने में अधिक सटीकता प्राप्त हो सकती है।
Market के Trend Reversal के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी: Candlestick Chart की सहयता से ही हमें किसी शायरे के Trend reversal के बारे में अनुमान लगाने में सहायता होता है Trend reversal का अर्थ है यदि कोई शेयर का मूल्य लम्बे समय से एक ही दिशा में यानि निचे या ऊपर जाये जा रहा है और उसमें एक ऐसा Candlestick का निर्माण होता है जिससे वो शेयर अपने लम्बे समय से चाल रहे चाल में विपरीत बदलाव लता है और ऊपर से निचे की और या निचे से ऊपर की और चलने लगता है तो इसे Trend reversal कहते है।
Candlestick द्वारा बाज़ार में प्रवेश और निकलने में सहायता: Candlestick Chart में यदि कोई ऐसे Pattern का निर्माण होता है जिसका मतलब मूल्य भविष्य में निचे की और गिरने का अनुमान होता है तो एक Technical analysis करने वाला व्यक्ति उस समय उस शेयर से निकलने का निर्णय लेता है और ठीक यदि इसके विपरीत यदि एक ऐसे Candlestick का निर्माण होता है जिससे मूल्य का ऊपर की ओर जाने का अनुमान होता है तो उस शेयर में प्रवेश करने का निर्णय लेगा।
किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश के पहले जरुर पढ़े: शेयर खरीदने के पहले उसका विश्लेषण कैसे करें / How to Analyze a Share Before Buying
Different Types of Candlestick Chart Time Frame (Candlestick Chart के अलग-अलग समय सीमायें)
Candlestick chart में Time Frame (समय सीमायें) अलग-अलग होता है। यह अलग-अलग Time frame का उपयोग निवेश के अवधि या ट्रेडिंग के अवधि को ध्यान में रख के उपयोग किया जाता है।
1 मिनट, 5 मिनट, 15 मिनट, 30 मिनट: यह Time frame के Candlestick chart का उपयोग एक दिन के निवेश या कुछ घंटो के ट्रेडिंग के लिए किया जाता है। इस Time frame के Candle से शेयर के पल-पल के Movement की जानकारी मिलती है जिससे शेयर के अगले कुछ घंटे में होने वाले मूल्य के बदलाव का अनुमान लगाने में सहायता मिलती है।
30 मिनट, 45 मिनट, 1 घंटा, 4 घंटा: यह Candlestick Time Frame का उपयोग कर के एक ट्रेडर या निवेशक कुछ दिनों या कुछ सप्ताह के लिए शेयर ,में निवेश करता है। यह Time frame का उपयोग Swing Trading के लिए भी किया जाता है।
1 दिन, 1 सप्ताह, 1 महिना: यह Time frame का उपयोग कर के किसी शेयर के लाब्मे अवधि यानि कुछ महीनो या साल के लिए निवेश करने का निर्णय लिया जाता है। इससे शेयर के लम्बे समय में होने वाले Price Action का आकलन किया जाता है।