SME IPO की सम्पूर्ण जानकारी

किसी भी देश की अर्थव्यवस्था (Economy) उसके राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय पर निर्भर करती है। जिसमें एक अहम (महत्वपूर्ण) भूमिका में Small and Medium Enterprise व्यवसाय वाले आते है। इसी बातों को ध्यान में रखते हुएँ, BSE और NSE Exchange में SME IPO वाली कंपनीयाँ स्टॉक मार्केट में लिस्ट हो सकती हैं। जिसमें लघु और मध्यम उद्योग वाली कंपनी जिसकी Employee की संख्या कम होती है और उनका मानदंड के अनुसार कम Turnover होता है। एक SME कंपनी के लिए उसका उन्नत न होने का पहला कारण पूंजी है जिसके कारण एक Small & Medium Enterprise कंपनी कुछ ही वर्षों में अपने व्यवसाय से बाहर हो जाती है।

SME IPO क्या है

इसमें लघु और मध्यम उद्यगों (SME) वर्ग वाली कंपनी को शेयर मार्केट में लिस्ट करते है। Small & Medium Enterprise (SME IPO) वाली कंपनी को Mainboard IPO जैसा कुछ जट्टील मानदंडों को फॉलो नहीं करना होता है। इस तरह की कंपनी को कम से कम Turnover 3-5 Cr. होना आवश्यक है, इसके साथ-साथ SME कंपनी को अपने व्यवसाय के बारे में सम्पूर्ण और पर्याप्त जानकारी एक्सचेंज को मौजूद करना होता है। SME कंपनी की सबसे बड़ी समस्या पूंजी की होती है।

IPO को बारे में और जानने के लिए IPO होता क्या है (What is IPO) इससे जरूर पढ़े।

यहाँ कुछ मानदंडों को SME IPO के लिए फॉलो करना होता है 
  • SME IPO कंपनी को लगभग 3 करोड़ की मौजूदा राशि होनी चाहिए।
  • Company Act 2013, Section-124 के अनुसार एक कंपनी को उसके तीन वितीय वर्षों का आय (Tax के बाद) कम से कम कंपनी Profit & Loss का मुनाफा दिखाना होता है।
  • SEBI के निर्देशों के आधार पर एक SME कंपनी के IPO का लॉट (Lot Size) 100 से 1000 तक होता है, इनके लॉट और मुल्य कंपनी के सभी दस्तावेज को रिव्यू करने के बाद तय किया जाता है।

SME IPO और Mainboard IPO में मुख्य अन्तर क्या-क्या है

विशेषता (Advantage)Mainboard IPOSME IPO
कंपनी के कैपिटल के आधार पर देखें,Mainboard IPO लिस्टिंग होने से पहले कंपनी के पास लगभग 10 Cr. होना चाहिए।SME IPO लिस्टिंग होने के पहले कंपनी के पास 8-10 Cr. से कम पुँजी होना चाहिए।
Issued Size से कम से कम पुँजी जुटाने की आवश्यकता होती है,Mainboard IPO वाली कंपनी को अपने IPO लिस्टिंग के दौरान कम से कम 10 Cr. रुपये इकट्ठा कर सकते है।SME IPO वाली कंपनी को 1 Cr. कम से कम अपने IPO का Issued Size रख सकती है।
IPO में एक Lots में अप्लाइ करने का कैपिटल निर्धारित किया जाता है,इस IPO में Retail निवेशक कम से कम 10K से 15K रुपये निवेश कर सकते है, शेयर की Quantity उसके शेयर मुल्य पर निर्धारित करती है।इसमें एक निवेशक को कम से कम 1 Lots अप्लाइ करने के लिए 1-1.5 लाख रुपये लगते है।
Listing PlateformMainboard IPO BSE और NSE दोनों में लिस्टिंग किये जाते है।SME IPO भी दोनों Exchange में लिस्टिंग किये जाते है। पर अलग अलग नाम से जैसे की BSE SME और NSE SME लिखा जाता है।
Financial Report Mainboard IPO में लिस्ट होने के बाद उस कंपनी को अपना तिमाही विवरण Exchange और Publicly दिखाना होता है।इस प्रकार की कंपनी को छमाही या वार्षिक अपने Financial Report को SME Exchange और Publicly दिखाना होता है।
लिस्टिंग से पहले दस्तावेज सत्यापनइस में कंपनी को बहुत कठोर और जठिल नियमों को फॉलो करना होता है।SME IPO वाली कंपनी को अपने दस्तावेज को Exchange में verify करना होता है।

SME IPO का Exchange

जब कोई Mainboard IPO लिस्ट होता है तो वह BSE और NSE Exchange में लिस्ट किया जाता है पर SME IPO के लिए BSE और NSE ने एक अलग Exchange बनाया है। BSE Exchange ने SME IPO को BSE SME Exchange में और NSE ने NSE Emerge में लिस्ट किया जाता है। यह Exchange ही SME IPO को Primary Market में Introduce करते है। Small & Medium Enterprise IPO के सभी विवरण को BSE SME और NSE Emerge के Official Website पर देख सकते है। इसकी अप्लाइ करने का प्रक्रिया बहुत साधारण है, इनके Exchange के Website पर सभी प्रकार के विवरण को बताया गया है।

Mainboard IPO के बारे में विस्तार से जानने के लिए Mainboard IPO की सम्पूर्ण जानकारी जरूर पढ़े।

Small & Medium Enterprise IPO में अप्लाइ कैसे करें

जब SME IPO को Exchange में लिस्ट करने से 3 महीने पहले उसका RHP और DRHP को जमा करना होता है। जब किसी कंपनी के IPO में अप्लाइ करने से पहले उसके Category को देखना होता है। जब आप अपने Broker के App या WebApp से अप्लाइ करते है तो उसमें पहले Category में क्लिक करना होता है। उसके बाद एक पेज खुलता है जिसमें उस IPO का Lot Size और मुल्य दिखता है। उसके बाद आप उस पेज की पुष्टि करते है तो आपका Amount Block करने का ऑप्शन आता है। यह Transaction आप UPI या Net banking से भी Processed कर सकते है।

इस आर्टिकल के द्वारा UPI से कैसे SME IPO को अप्लाइ करते है उसको बताया गया है। आपको अपने Broker का App के द्वारा जिस IPO में Apply करना है उसमें क्लिक करते है एक Category चुन करके कन्फॉर्म करते है। उसके बाद Payment Option खुलता है उस में आप UPI को चुनना होगा उसके बाद एक Mandate आपके UPI App पर प्राप्त होता है। जब आप अपने UPI App से उस Mandate को Authorization करते है तो आपका पैसा बैंक अकाउंट के द्वारा ब्लॉक कर दिया जाता है।

यह ब्लॉक किया गया पैसा आपके IPO Allotment की पुष्टि होने से आपके बैंक अकाउंट से काट लिया जाता है और अगर Allotment नहीं होता तो वह Amount बैंक में अनब्लॉक कर दिया जाता है। एक IPO को एक PAN Card से एक बार ही अप्लाइ कर सकते है। इसे आपको IPO मिलने के ज्यादा मौका होता है। इस प्रकिया में 2-3 दिन लगते है लिस्टिंग से एक दिन पहले उस IPO का शेयर आपके Demat Account में Credit हो जाता है।

Exchange SME IPO का दस्तावेज सत्यापन क्या-क्या करती है

जब कोई SME IPO को Exchange के पास अपना दस्तावेज सत्यापन के लिए जमा करती है। तो सबसे पहले उस कंपनी को अधिनियम 1956/2013 Act के अनुसार भारत में पंजीकृत होना अनिवार्य होता है। यह अधिनियम एक कंपनी को उसके निर्माण और उतरदायित्व के सभी नियमों का वर्णन करता है। इस Company Act 1956/2013 में 29 अध्याय और 470 अनुभाग (Section) पर अगर 1956 के अधिनियम में 658 अनुभाग देखने को मिलता है। इस को 12 सितम्बर 2013 को भारतीय संसद से पारित किया गया।

  • कंपनी को एक Merchant Banker को नियुक्त करना होता है।
  • कंपनी को Draft Red Herring Prospectus (DRHP) Exchange में जमा करना होता है।
  • Red Herring Prospectus (RHP) Exchange जमा करना होता है।
  • SME IPO को Allocation, Listing, Prices सभी विवरण को बताना होता है।
  • 3 वर्षीय वितीय दस्तावेज (Profit & Loss, Balance Sheet & Cash Flow Statement) इत्यादि को जमा करना होता है।

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