EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि (Employees Provident Fund) भारत सरकार द्वार स्थापित एक वैधानिक निकाय है। देश के सबसे बड़े सामाजिक सुरक्षा संगठन के रूप में, यह मुख्य रूप से लोगों को सेवानिवृत्ति के लिए बचत करने के लिए प्रोत्साहित करता है। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले ईपीएफ की स्थापना 1951 में हुई थी। वित्त वर्ष 2025-26 में सरकार ने ईपीएफ पर ब्याज दर बढ़ाकर 8.25% कर दी है।
ईपीएफ ब्याज दर (EPFO Interest Rate)
ईपीएफ पर लागू ब्याज दर की सालाना समीक्षा की जाती है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ईपीएफ ब्याज दर 8.25% है। ईपीएफ ब्याज दर एक वित्तीय वर्ष के लिए निश्चित होती है और ईपीएफ खाते में शेष राशि पर मासिक रूप से ली जाती है, लेकिन ब्याज वर्ष के अंत में खाते में स्थानांतरित (Transferred) कर दिया जाता है।
ईपीएफ योगदान (EPFO Contribution)
नियोक्ता और कर्मचारी दोनों EPF खाते में समान रूप से योगदान करते हैं। EPF योगदान को समझने का तरीका यहां बताया गया है।
योगदान | प्रतिमास योगदान प्रतिशत (%) |
---|---|
कर्मचारी | 12%/10% |
नियोक्ता/ कंपनी | 12% |
कुल | 24% |
ईपीएफ योगदान के मुख्य बिंदु (Main Points EPFO Contribution) :
EPF में कर्मचारी का योगदान:
कर्मचारी द्वारा किया गया योगदान पूरी तरह से कर्मचारी के प्रोविडेंट फंड में जाता हैं। आम तौर पर कर्मचारी के लिए योगदान दर 12% तय की जाती हैं। हालाँकि, निम्नलिखित संगठनों में यह दर 10% है।
- 10% ईपीएफ शेयर उन संगठनों/ कंपनियों के लिए मान्य है, जहां 20 या उससे से कम कर्मचारी काम करते हैं या जिनका नुकसान वित्तीय वर्ष (Financial Year) के अंत में उनकी कुल संपत्ति के बराबर या ज़्यादा हुआ है या जिन्हें औद्योगिक और फाइनेंशियल रेज़ोल्यूशन बोर्ड द्वारा बीमार (Sick) घोषित किया गया है।
- कॉयर (Coir), ग्वार गम, बीड़ी, ईंट और जूट उद्योग।
- एक संस्था जिसकी लागत 6,500 रुपये है। रुपये की आय सीमा से नीचे काम कर रहे हैं।
EPF में नियोक्ता/कंपनी का योगदान
नियोक्ता द्वारा किए जाने वाले योगदान की न्यूनतम राशि ₹15000 के 12% के दर से निर्धारित की जाती हैं। (हालांकि कंपनी अपनी इच्छा अनुसार अधिक भी योगदान कर सकते है। ₹15000 का 12% ₹1800 प्रतिमाह होती हैं, इसका अर्थ यह है कि इस योजना के लिए नियोक्ता/ कंपनी और कर्मचारी दोनों को हर महीने ₹1800 का योगदान करना होगा। शुरुआत में यह राशि ₹6500 पर 12% निर्धारित थी जिसके अंतर्गत नियोक्ता/कंपनी और कर्मचारी दोनों को ₹780 का योगदान करना होता था।
EPF योग्यता शर्तें
ईपीएफ अकाउंट खोलने की शर्तें निम्नलिखित हैं:
- इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए कर्मचारियों को योजना का सक्रिय सदस्य (Active Member) बनना होगा।
- किसी संगठन/कंपनी में सामिल होने के दिन से ही कर्मचारी भविष्य निधि (Employees Provident Fund), बीमा लाभ (Insurance Benefits) के साथ – साथ पेंशन लाभ प्राप्त करने के लिए सीधे पात्र होते हैं।
- इस योजना के तहत किसी संस्थान या कंपनी में कम से कम 20 या उससे अधिक लोग काम कर रहे हैं, तो उसे अपने कर्मचारियों को ईपीएफ का लाभ देना अनिवार्य हैं।
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UAN क्या है?
UAN का पूरा नाम यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (Universal Account Number) हैं। यह अक्टूबर 2014 में पंडित दीन दयाल उपाध्याय श्रमेव जयते कार्यक्रम के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था। UAN 12 अंको का एक नंबर है, जो प्रत्येक सदस्य को दिया जाता हैं। जिसके माध्यम से वह अपने सभी पीएफ खाते को मैनेज कर सकते हैं। इसके मदत से आप सभी प्रोविडेंट फंड की जानकारी एक ही जगह पर प्राप्त कर सकते हैं, चाहे आप किसी भी संगठन/ कंपनी के लिए काम करते हों। UAN की मदद से कर्मचारी आसानी से पैसे निकाल सकता है और ट्रांसफर भी कर सकता है।
ईपीएफ यूएएन एक्टिवेशन ऑनलाइन कैसे करे (EPF UAN Activation Online)
यदि अपने अपना UAN Number को एक्टिवेट नहीं किए हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप (Step) को पढ़ कर UAN Number को एक्टिवेट कर सकते हैं।
स्टेप-1 :- इसके लिए आपको ईपीएफओ (EPFO) के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। ‘Activate UAN’
स्टेप-2 :- आधिकारिक वेबसाइट पर आने के बाद आपको थोड़ा नीचे की तरफ आना है, जहा आपको ‘Important Links’ के मिलेगा। यह आपको तीसरे नंबर पर ‘Activate UAN’ का विकल्प मिलेगा। उस पर आपको क्लिक करना हैं।
स्टेप-3 :- जैसे ही नया पेज खुलता है, EPFO रिकॉर्ड के अनुसार UAN/ मेंबर आईडी के साथ, आधार नंबर, नाम, जन्मतिथि और मोबाइल नंबर आदि दर्ज करें।
स्टेप-4 :- ‘Captcha’ कोड दर्ज करें जिसके बाद आपको ईपीएफओ के साथ अपने रजिस्टर्ड मोबाइल पर एक ऑथराइज़ेशन पिन प्राप्त करनी होगी जिसके लिए आपको ‘Get Authorization Pin’ पर क्लिक करने के बाद आपको एक OTP PIN प्राप्त होगा।
स्टेप-5 :- UAN के एक्टिव हो जाने पर, आप UAN मेंबर पोर्टल पर लॉगइन कर पाएंगे। लॉगइन कर आप अपने ईपीएफ अकाउंट की डिटेल जान पाएंगे।
ईपीएफ में केवाईसी विवरण अपडेट करने की प्रक्रिया (EPFO KYC Update )
ईपीएफ खाते में अपने केवाईसी विवरण को अपडेट करने की प्रक्रिया बहुत आसान हैं, बस नीचे दिए गए चरणों का पालन करें।
स्टेप-1 :- सबसे पहले, https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/ यहां क्लिक करके अपने यूएएन (UAN) और पासवर्ड का उपयोग करके अपने ईपीएफ खाते में लॉग इन करें।
स्टेप-2 :- लॉग इन करने के बाद आपको नया पेज खुलेगा, ‘Manage’ सेक्शन के तहत ड्रॉपडाउन मेन्यू से केवाईसी (KYC) पर क्लिक करें।
स्टेप-3 :- ‘KYC’ विकल्प पर क्लिक करने के बाद, आप एक नए पेज पर जाएंगे। जिसमें विभिन्न ‘ दस्तावेज़ प्रकार (Document Type) ‘ और उनके बगल में संबंधित फ़ील्ड वाली एक सूची होगी जिसे आपको दस्तावेज़ के विवरण के साथ भरना होगा।
स्टेप-4 :- जिस दस्तावेज़ प्रकार (Document Type) को आप अपडेट करना चाहते हैं, उसके बगल में स्थित चेकबॉक्स (checkbox) पर क्लिक करें और ‘दस्तावेज़ संख्या (Document Number)’ और ‘दस्तावेज़ नाम (Document Name)’ जैसी जानकारी अपडेट करें।
स्टेप-5 :- इसे सेव (Save) करें और यह पेंडिंग केवाईसी के रूप में तब तक दिखाई देगा जब तक यह दूसरी तरफ से वैरिफाई (verify) नहीं हो जाता है।
सिक्योर्ड लोन और अनसिक्योर्ड लोन क्या होता हैं। इसे जानने के लिए पढ़े : सिक्योर्ड लोन और अनसिक्योर्ड लोन (Secured loan and Unsecured loan in Hindi )
EPF बैलेंस कैसे चेक करें?
EPF बैलेंस को ऑनलाइन चेक करना बहुत ही आसान और सुविधाजनक हो गया हैं। EPF ने अपने कर्मचारियों के लिए अपने पीएफ खाते की जानकारी को आसान बनाने के लिए कई ऑनलाइन प्लेटफार्म प्रस्तुत किया हैं।
नीचे दिए गए आसान तरीके का पालन अकाउंट में जमा राशि को ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।
EPFO वेबसाइट
स्टेप 1 :– EPFO के आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
स्टेप 2 :– ‘Services‘ सेक्शन में ‘For Employees‘ पर जाएं।
स्टेप-3 :- ‘Member Passbook‘ विकल्प पर क्लिक करे।
स्टेप-4 :- अपना UAN नंबर, पासवर्ड और कैप्चा कोड को डाले और अपने खाते में लॉग इन करें।
स्टेप-5 :- अपना पासबुक देखने के लिए ’Member ID’ का ऑप्शन चुनें, और उसके बाद आपको सारी जानकारी के साथ आपको पासबुक स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।
UMANG ऐप
UMANG (Unified Mobile Application for New-age Governance) app को भारत सरकार द्वारा बनाया गया है, जिसके जरिए यूजर्स अपने EPF बैलेंस को चेक कर सकते हैं। साथी ही अन्य कई सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। नीचे दिए गए स्टेप का पालन कर के आप अपना बैलेंस देख सकते हैं।
स्टेप 1 :– अपने मोबाइल के Google Play Store (Android के लिए) या Apple App Store (iOS के लिए) से UMANG ऐप को डाउनलोड और इंस्टॉल करें।
स्टेप 2 :– UMANG ऐप में मोबाइल नंबर से रजिस्टर करें।
स्टेप-3 :- रजिस्टर होने के बाद ‘All Services‘ के अंदर ‘EPFO‘ पर क्लिक करें।
स्टेप-4 :- ‘Employee Centric Services‘ ka विकल्प चुनें।
स्टेप-5 :- ‘View Passbook‘ पर क्लिक करें उसके बाद लॉग इन पेज पर अपना UAN नबर दर्ज कर और अपने रजिस्टर मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP का उपयोग कर के लॉग इन करें।
स्टेप-6 :- अब आप अपना पीएफ बैलेंस और अन्य खाता विवरण देख पाएंगे।
एसएमएस सेवा
EPFOHO <UAN> ENG फॉर्मेट में 7738299899 पर SMS भेजकर भी सदस्य अपना EPF बैलेंस चेक कर सकते हैं
EPFO की मिस्ड कॉल सेवा
EPF बैलेंस को 011-22901406 नंबर पर मिस्ड कॉल के जरिए भी चेक किया जा सकता है।
EPF अकाउंट के साथ आधार को ऑनलाइन लिंक करें
आप आसानी से अपने आधार को अपने ईपीएफ खाते से ऑनलाइन लिंक कर सकते हैं। नीचे दिए गए स्टेप का पालन कर के आप अपने आधार को ईपीएफ खाते से लिंक सकते हैं।
स्टेप 1 :– ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/ पर जाएं ।
स्टेप 2 :– अपना यूएएन (UAN) और पासवर्ड दर्ज करें। अपने खाते तक पहुंचने के लिए।
स्टेप-3 :- मेनू में जा कर ‘Manage’ के अंदर ‘KYC’ विकल्प पर जाएं ।
स्टेप-4 :- दस्तावेजों की लिस्ट से ‘आधार’ का चयन करें।
स्टेप-5 :- आधार के अनुसार अपना आधार नंबर और नाम दर्ज करें और सेव कर के आगे बढ़े।
स्टेप-6 :- आधार डेटा को UIDAI डेटा से वेरिफाई किया जाएगा।
एक बार सफलतापूर्वक स्वीकृत हो जाने पर, आपका आधार आपके ईपीएफ खाते से लिंक हो जाएगा और आप अपने आधार विवरण के सामने सत्यापित स्थिति देख सकते हैं।
EPF अकाउंट से पैसे कैसे निकालें
ईपीएफ खाते से कुछ राशि या पूरा राशि निकाल सकते है, यदि कोई व्यक्ति रिटायर होता है या 2 महीने से अधिक समय तक बेरोज़गार रहता है, तो वह पूरा पैसा निकाल सकता है। आप किसी काम या आर्थिक इमरजेंसी में पैसे की ज़रूरत पड़ सकती है, ऐसी परिस्थितियों में भी ईपीएफ से कुछ पैसा निकालने की अनुमति है। आप ऑनलाइन ईपीएफ विड्रॉल फॉर्म भरकर विड्रॉल का क्लेम कर सकते हैं।
ध्यान दे यदि आपका आधार कार्ड UAN से लिंक है, तो ही आप ऑनलाइन पैसे निकाल सकते है।
ऑनलाइन पैसे निकालने के लिए निम्नलिखित तरीके का पालन करे।
स्टेप 1 :– यूएएन पोर्टल पर जाएं और अपना यूएएन नंबर और पासवर्ड डाल कर लॉग इन करें।
स्टेप 2 :– मेनू में जा कर ‘Online Services’ के अन्दर ‘Claim (Form-31, 19 & 10C)’ का विकल्प चुनें।
स्टेप-3 :- सदस्य विवरण स्क्रीन पर प्रदर्शित किया जाएगा। अपने बैंक खाते के अंतिम 4 अंक दर्ज करें और ‘verify’ पर क्लिक करें।
स्टेप-4 :- Certificate of Undertaking पर हस्ताक्षर करने और आगे बढ़ने के लिए ‘Yes‘ पर क्लिक करें।
स्टेप-5 :- अब ‘Proceed for Online Claim’ विकल्प को चुने।
स्टेप-6 :- अपने पैसे को ऑनलाइन निकालने के लिए ‘PF Advance (Form 31)’ चुनें।
स्टेप-7 :- एक नया पेज खुलेगा फॉर्म का जिसमें आपको ‘Purpose for which advance is required’ आवश्यक राशि और कर्मचारी का पता चुनना होगा। ध्यान दे कि वे सभी विकल्प जिनके लिए कर्मचारी निकासी के लिए पात्र नहीं है, उनका उल्लेख लाल रंग में किया जाएगा।
स्टेप-8 :- वेरिफाई करे और अपना आवेदन जमा करें।
स्टेप-9 :- जिस उद्देश्य के लिए आपने फॉर्म भरा है, उसके आधार पर आपको स्कैन किए गए दस्तावेज़ जमा करने की आवश्यकता हो सकती हैं।
उमंग ऐप पर EPF
आप अपने मोबाईल में UMANG App के माध्यम से ईपीएफ की सारी सेवाओ का लाभ उठा सकते हैं।
उमंग ऐप (UMANG App) पर EPF सर्विस | |
कर्मचारी केंद्रित सेवाएं | पासबुक देखें, क्लेम करें, क्लेम ट्रैक, एस्टैबलिशमेंट आईडी द्वारा प्रेषण जानकारी प्राप्त करें, TRRN स्टेटस प्राप्त करें। |
EPF सामान्य सेवाएं | एस्टैबलिशमेंट सर्च, EPFO ऑफिस सर्च, आपके क्लेम के स्टेटस के बारे में जानें, SMS पर अकाउंट स्टेटमेंट, मिस्ड कॉल पर अकाउंट स्टेटमेंट। |
पेंशनधारक सेवाएं | पासबुक देखें, जीवन प्रमाण अपडेट करें। |
eKYC सेवाएं | आधार लिंकिंग |
EPF योजना के फायदे
- लाइफ इंश्योरेंस: यदि किसी कंपनी में लाइफ इंश्योरेंस का लाभ नहीं मिलता हैं, तो वहां कर्मचारियों को EDLI (Employees Deposit Linked Insurance) स्कीम के तहत लाइफ कवरेज दिया जा सकता है। हालांकि, इसमें कवरेज बहुत कम मिलता है।
- रिटायरमेंट फायदा: ईपीएफ के ब्याज पर मिलने वाली टैक्स छूट की सुविधा सिर्फ कर्मचारियों के लिए होती है। ईपीएफ की ओर से खाता धारक के रिटायरमेंट पर दिए जाने वाले पैसे पर टैक्स नहीं लिया जाता है।
- धन राशि जुटाने में मदद: इस योजना के तहत खाता धारक को धन राशि जुटने में काफी मदत मिलता हैं।
- इमरजेंसी: किसी भी विपरीत परिस्थिति में कर्मचारी इस फंड का इस्तेमाल समय से पहले भी कर सकते हैं. यह योजना कुछ विशेष मामलों में ऐसी समयपूर्व निकासी का प्रावधान करती है।