स्टॉक मार्केट में सभी लोग इंवेस्टिनग से ज्यादा दिलच्शवी ट्रैडिंग में रखते है क्योंकि इसमें उनको लगता है की मोटा पैसा बन सकता है। ट्रैडिंग को सुरक्षित और सरल करने के लिए Algo Trading एक अच्छा विकल्प हो सकता है। भारत में Algo Trading एक नई रोशनी लेकर आया है, इसका आंकड़ा धीरे-धीरे बढ रहा है।
इसके द्रारा बड़े कैपिटल वाले ट्रैडर Algo Software को अपना रहे है और सटीक निष्पादन से ट्रैड अभिनय कर रहा है। अल्गो ट्रैडिंग की सुविधा आज कल ब्रोकर भी प्रदान कर रहे है। इसी कारण कुल ऑर्डर का एक बड़ा हिस्सा Algo Trading पर बेस्ड है।
Algo Trading क्या है
Algo Trading को अगर Algorithmic बेस्ड सिस्टम ट्रैडिंग भी बोल सकते है क्योंकि आपको इसमें पहले से ही एक प्रोग्राम सेट करना होता है, जैसा की स्टॉक या इन्डेक्स के प्राइस एक्शन से लेकर उसे खरीदने और बेचने तक सब बेवरा लिखा रहता है। सभी प्रकार के रणनीति को शामिल करके प्रोग्राम लिखना होता है।
इसमें आपको किसी Python या Java जैसा कोडिंग की समझ की आवश्यकता नहीं होती है। कुछ साधारण कोडिंग आपको ब्रोकर भी प्रदान करता है जिससे एक नौसिखिया को बहुत हद तक ट्रैडिंग करने में सुविधा होता है।
जब एक साधारण ट्रैडर ट्रैडिंग करता है तो उससे लालच, मनोविज्ञान और भावनाएं उत्पन होता है, पर Algo Trading एक रोबोटिक सिस्टम है जिसमे ये कोई भी प्रस्थिति का सामना नहीं करना होता है। Algo Trading Tools को इस्तेमाल करने पर आप इसमें अपने विचार के नियम को लिख देते है और यह उसके ऊपर ही काम करता है,
उसके बाद यह सिस्टम उसे सर्वर के ऊपर उपलोड करता है उससे ऑटो बाइ करता है, टारगेट आने पर उस ट्रैड से बाहर निकाल देता है। यह आपके सेट किये गये रेंज और मार्केट सेटअप पर ही काम करता है जिससे आप अधिक बार ट्रैड कर सकते है। अल्गो ट्रैडिंग प्लेटफॉर्म आपको इसी तरह की सुविधा देता है और ये सारी सुविधा के लिए चार्ज भी लेता है।
Algo Trading से क्या प्रॉफ़िट होता है
यहाँ Algo Trading से अच्छे रिटर्न लेना भी उस बात पर निर्भर करता है की आपको Algo App और मार्केट के बारे में कितना जानकारी है। इससे आप ज्यादा से ज्यादा स्टॉक मार्केट के डाटा को Analysis और Historical Data को इस्तेमाल करते हुए एक अच्छी रणनीतिय बना सकते है। मार्केट के मूवमेंट को देखते हुऍ एक विशिष्ट (Specific) दिशा में ट्रैड को निष्पादित (Execute) करने में सहायक है।
इसमें आपको किसी व्यक्ति के ऊपर निर्भर नहीं रहना होता है क्योंकि Algo Trading में जो इनपुट किया जाता है उसके रेंज में अगर मार्केट आता है तो आपका ट्रैडिंग निष्पादित होता है। यह मल्टीपल टाइप के ट्रैड को एक साथ निष्पादित (Execute) करता है और उनको ट्रैक रिकार्ड भी अच्छे से करता है कोई अनआवश्यक मार्केट के मूव को देखते हुए यह आपके ट्रैड से बाहर निकाल देता है।
यह तो सभी को पता है की मार्केट एक जैसा कभी भी नहीं रहता है। अगर आप अपने ब्रोकर से ज्यादा ट्रैड लेते है तो Algo Trading से प्रॉफ़िट हो सकता है पर उसके साथ साथ आपका ब्रोकेरेज भी ज्यादा लगता है। एक अच्छा प्रॉफ़िट के लिए साप्ताहिक या मासिक ट्रैडिंग करना अच्छा होता है,
क्योंकि एक नये ट्रैडर को प्रॉफ़िट कम हो तो चलेगा पर मार्केट के मूवमेंट को निरीक्षण करना और सीखना जरूरी होता है। जिससे आप लम्बे समय तक प्रॉफ़िट कर सके। भारत में भी बहुत से ब्रोकर Algo Trading करने के लिए आपको Algo API Trading प्लेटफॉर्म उपलब्ध करते है जो की आपके ब्रोकर ऐप से लिंक होता है, अलग अलग ब्रोकर इसका चार्ज अलग अलग लेते है।
Forex Trading के बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को जरूर पढ़े Forex Trading की सम्पूर्ण जानकारी
Algo Trading कैसे काम करता है
अल्गो से ट्रैडिंग करने के लिए आपको एक अच्छे रणनीति को तैयार करना होता है और उसे लाइव मार्केट में बैकटेस्ट करके देखना होता है। इस बैकटेस्ट किये गये रणनीति को कम से कम तीन महीने के लिए अप्लाइ करना होता है अगर उसमें आप को अधिकतम प्रॉफ़िट अर्निंग होता है, तो उसके बाद ही आपको Algo Trading में शिफ्ट करना होगा। क्योंकि इसके इस्तेमाल के लिए ब्रोकर और सर्वर चार्ज भी लगता है।
अब आप ने एक अच्छी रणनीति का गठन कर लिया है तो उसे एक कोडिंग भाषा Paython या Java के माध्यम से सम्पूर्ण योजना को कोड करना होगा।और उसके लिए एक सर्वर भी लगेगा जिससे आपकी योजना का इस्तेमाल किया जाएगा फिर आपकी कोड की गई रणनीति को ऑर्डर मैनिज्मेनट सिस्टम को भेजी जायेगी।
उसके बाद एक API के माध्यम से ब्रोकर ऐप में अप्लाइ होती है। यहाँ काम खतम नहीं हुआ है क्योंकि अल्गो ट्रैडिंग का मुल उद्देश्य आपके रिस्क को मैनेज करना होता है जो की मानुअली कभी-कभी संभव नहीं होता। कोई भी व्योक्ति भावनाओं में कुछ गल्तिया कर ही देता है।
ब्रोकर से जोड़ा होता है रिस्क मैनिज्मेनट सिस्टम (Risk Managements System) जिसमें की आपके सभी प्रकार के डीसीजीऑन के ऑर्डर मैनिज्मेनट सिस्टम तक निरंतर आदान प्रदान चलता रहा है। यह आपके स्टॉपलोस, ट्रैड एक्सक्यूसन, ऑर्डर संख्या, मनी मैनिज्मेनट इत्यादि को मैनेज किया जाता है।
रणनीति का गठन करने के लिए आपको पुराने वर्षों के डाटा की आवश्यकता होता है, यह आपके ब्रोकर से डाटा तो मिल जायेगा पर वह सिर्फ 2015 से अभी तक ही मिलेगा। उससे पहले का डाटा के लिए आपको एक्सचेंज के साइट से लेना होगा, इसके लिए ब्रोकर और एक्सचेंज चार्ज भी करते है और इन दोनों में जिसमें आपकी तसल्ली हो उससे डाटा ले सकते है।
Algo Trading अन्य देशो में बहुत दिनों से चल रहा है। यह आपका समय और रिस्क को कॅाफी हद तक कम करता है जिससे आप कम समय में एक अच्छी स्ट्रैटिजी के तहद प्राफिटबले ट्रैड कर सकते है।
Algo Trading के फायदे क्या-क्या हो सकते है
Algo Trading में आप लालची नहीं हो सकते है क्योंकि यह एक डाटा आधारित कंप्युटर Algorithmic ट्रैडिंग होता है.
यह आपको बैकटेस्टिंग के लिए हिस्टॉरिकल डाटा भी प्रदान करता है जिससे आप मार्केट में Trape न हो सकते है।
Algo से आप मार्केट ट्रेंड्स और पैटर्न की भी पहचान कर सकते है जिससे आप अपने निष्पादित (Execution) किये गये ट्रैड की Lots संख्या को बढ़ा और घटा सकते है।
अगर आपके कोड किये गये तकनीकी (Technical) के ऊपर मार्केट ट्रैड नहीं कर रहा है तो यह आपके ट्रैड को उस दिन निष्पादित नहीं होने देता है जिससे आप अपना मूलधन को सही ट्रैड में इस्तेमाल कर सकते है।
अल्गो ट्रैडिंग में अच्छे प्रॉफ़िट तो मिलता है पर जब आपका स्ट्रैटिजी के अनुसार ट्रैड एक्सक्यूट होता है और अगर मार्केट स्विंग कर के दिशा बदलता है तो यह आपके ट्रैड से निकाल देता है। जिससे आपका लॉस बहुत कम होता है।
Algo Trading Tools क्या-क्या है
किसी भी ट्रैडिंग ऐप में आपको Demat Account खोलना होता है, यह तो आप लोगों को पता ही होगा। उसके बाद आपको ट्रैडिंग के बेसिक को समझना होगा, Algo Trading Tools को अपने Demat Account के साथ लिंक करके Algo Trading शुरू कर सकते है। यह कुछ सबसे अच्छे Algo Trading Tools को उनके प्राइस के साथ संक्षिप्त में बताया गया है।
टूल्स नाम | चार्ज |
Zerodha Streak | रेगुलर – 690+GST/month |
Zerodha Algoz | 1000-4000/month + डाटा फीडस |
Tradetron Tech | Retail – 1200/month |
Algo Test | 749-800 Credits |
Omnesys Nest | 125+GST/month |