निवेश शुरु करने के पहले यह 6 चीजें अवश्य करें (6 Things To Do Before You Start Investing)

यदि आप अपने निवेश कि शुरुआत करने जा रहे है या आप अपने निवेश को प्रारंभ कर दिए है, तो यह आर्टिकल आपको अपने निवेश के निर्णयों को लेने में मदद करेगी। आइये जानते है, वह 6 चीजें जो आपको अपना निवेश शुरू करने के पहले अवश्य करना चाहिये।

निवेश शुरु करने के पहले यह 6 चीजें अवश्य करें (6 Things To Do Before You Start Investing)

हम अपने पैसो को बढ़ाने और अपने जरूरतों को पूरा करने के लिए निवेश करते है। कई लोग अपने निवेश को जल्द से जल्द प्रारंभ करने कि जल्दबाजी में बहुत से बुनियादी बातों को नजर अंदाज़ा कर देते है। जिसके कारण उन्हें आगे चल के अपने निवेश का लाभ प्राप्त नहीं होता है और उनके सारे वित्तीय लक्ष्य विफल हो जाते है।

इमरजेंसी फंड बनाये (Build An Emergency Fund):

हम अपने  निवेश को प्रारंभ करने के जल्द बाजी में किसी भी प्रकार के भविष्य में हो सकने वाले वित्तीय इमरजेंसी या आपात-स्थिति को अनदेखा कर देते है। इमरजेंसी फंड नहीं बनाने से आप किसी भी प्रकार के वित्तीय इमरजेंसी के लिए तैयार नहीं रहते तथा उस समय आपके पास इमरजेंसी फंड नहीं होने के कारण अपने निवेश को समय से पहले निकालना पर सकता है।

इमरजेंसी कई कारणों से आ सकती है जैसे: आपका नौकरी खो देना, परिवार में किसी को या फिर खुद को किसी प्रकार कि गंभीर बीमारी हो जाना या फिर कोरोना महामारी जैसा कोई स्थिति इत्यादि। हमें कम से कम अपने तीन महीनों के खर्च के बराबर का इमरजेंसी फंड अवश्य ही रखना चाहिये। आप इसे बढ़ा के छह महीने या एक साल का भी कर सकते है।

यदि आप किसी भी वित्तीय इमरजेंसी के लिए तैयार रहेंगे तो आप अपने निवेश को बिना छेरे उसको कई गुना कर सकते है। आप किसी प्रकार के सेहत से जुड़े इमरजेंसी के लिए जीवन विमा (Life Insurance) या स्वस्थ विमा (Health Insurance) कर सकते है।

इमरजेंसी फंड के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़े: फाइनेंसियाल इमरजेंसी फंड की तैयरी कैसे करे/How to prepare for Financial Emergency Fund

अपने कर्ज/ऋण को चुकाये (Pay Off Your Debt)

यदि आप किसी प्रकार का कर्ज या लोन (Loan) लिए है और आप उस कर्ज कि क़िस्त जमा करते है, तो आपको अपने निवेश प्रारंभ करने से पहले उस कर्ज को चुकाना चाहिये। यदि आप कर्ज लिए है और आप निवेश भी करते है तो आपका पहला उद्देश्य निवेश नहीं उस कर्ज (Loan) को चुकाना होना चाहिये।

आप सोचते होंगे कि यदि आपको कर्ज पर सिर्फ 8% या 10% ही ब्याज देना पर रहा है। आप अपने कर्ज में देने वाले ब्याज से ज्यादा अपने निवेश से अर्जित कर लेंगे तो आपकी सोच बिलकुल गलत है। यह करने से आपकी वित्तीय स्थिति बिगड़ सकती है।

यदि आप अपने कर्ज या ऋण को चुकाने के बाद निवेश कि शुरुआत करते है तो आप अपने निवेश को अतिरिक्त समय दे पाएंगे और अपने निवेश पर कंपाउंडिंग का लाभ प्राप्त कर पाएंगे। कर्ज चुकाने के बाद आप मानसिक रूप से भी तनाव मुक्त रहेंगे जिससे आप अपने निवेश के फैसलों का चयन सही ढंग से कर पाएंगे।

लक्ष्य बनाये (Create Goals)

आपको निवेश प्रारम्भ करने से पहले उस निवेश के पीछे का लक्ष्य अवश्य ही बनाना चाहिये। बिना किसी लक्ष्य के निवेश करने से आपको कई सारे नुकसान हो सकते है और आपको अपने निवेश को लेकर हमेशा अस्पष्ट (Unclear) रहेंगे।

आपका निवेश कहा होना चाहिये, कितना होना चाहिये, कितने समय तक होना चाहिये इत्यादि महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर आपको लक्ष्य बना कर निवेश करने से ही प्राप्त होगा। अपने लक्ष्यों को बनाने के बाद उन्हें प्राथमिकता के अनुसार अपना निवेश प्रारंभ करें।

अपना कैश फ्लो समझे (Know Your Cash Flow)

कैश फ्लो किसी भी व्यवसाय या पर्सनल फाइनेंस का एक महत्वपूर्ण भाग है। कैश फ्लो का तात्पर्य आपके कैश (नकद) के आगमन और गमन से है। अपने निवेश के शुरुआत करने के पहले आपको अपने कैश फ्लो को समझना चाहिये।

आपके पास कैश (नकद) कहा से आता है, कहा खर्च होता है, आपका कैश फ्लो नेगेटिव तो नहीं है इत्यादि आपके कैश फ्लो के महत्वपूर्ण बाते है। आपको अपने कैश फ्लो को पॉजिटिव रखना चाहिये।

अपने कैश फ्लो को ट्रैक करने के लिए आपको अपने सारे आय और खर्चो को नोट करना चाहिये जिससे आप अपने कैश फ्लो को अच्छे से ट्रैक कर सके और आपको अपने कैश फ्लो को पॉजिटिव रखने के लिए आय (कैश के इनफ्लो) के नए-नए विकल्पों को खोजना चाहिये।

अपना नेट वर्थ ट्रैक करें (Track Your Net Worth)

नेट वर्थ (कुल मूल्य) का मतलब आपका क्या मूल्य है, जी हाँ निवेश प्रारंभ करने से पहले आपको समझना चाहिये कि आप का नेट वर्थ क्या है, आपका अभी कितना मूल्य है तथा उसे समय-समय पर ट्रैक करना चाहियेआपका नेट वर्थ बढ़ रहा है या नहीं या आप वही के वही है

अपने नेट वर्थ को समझने के बाद आप अपने निवेश को प्रारंभ करेंगे तो इससे आपके जोखिम लेने कि क्षमता का भी ज्ञात रहेगा। अपने जोखिम लेने के क्षमता के अनुसार आप अपने निवेश का वितरण अलग-अलग एसेट क्लास में सफलता पूर्वक कर पाएंगे और निवेश में सही उदेश्य का चयन आसानी से कर पाएंगे।

नेट वर्थ निकालने के लिए आपको अपने कुल संपत्ति को आपके कुल कर्ज/उद्धार से घटाना होता है(Net Worth = Total Assets-Total Liabilities) सरल शब्दों में नेट वर्थ को ज्ञात करने के लिए जो आपका धन है उससे जो आपका धन नहीं है  उसे घटाना होता है

उदाहरण:  एक व्यक्ति के पास 10,000 रुपये नकद, 25,000 का निवेश है तथा उसने किसी से 30,000 रुपये उधार लिया है और 1,000 रुपये उसके बैंक में बकाया है तो उसका नेट वर्थ निम्नलिखित रूप से निकाला जा सकता है:

नेट वर्थ = कुल संपत्ति (नकद + निवेश) – कुल देनदारियां (उधार + बैंक में बकाया)

35,000-31,000 = 4,000 (कुल नेट वर्थ)

यदि आप पर अधिक कर्ज या उधार हो तो आपका नेट वर्थ नकारात्मक भी हो सकता है

यदि आप बचत नहीं कर पा रहे है तो पढ़े अपने बचत को कैसे बढ़ाये / How To Increase Your Savings

निवेश के मूल बाते समझे (Understand The Basics Of Investment)

आपको किसी भी कार्य को करने के पहले उस कार्य के सम्बन्ध में एक सामान्य या प्रारंभिक ज्ञान अवश्य ही होना चाहिये। उसी प्रकार निवेश में भी यह लागू होता है। आपको अपना निवेश प्रारंभ करने के पहले उससे जुड़े मूल नियमों या बुनियादी बातो की जानकारी अवश्य ही पता होनी चाहिये।

निवेश के कई सारे बुनियादी बाते है जैसे, अपने जोखिम को समझना, विभिन्न प्रकार के निवेश के उपकरणों में से अपने लिए सही विकल्प का चयन करना, बचत और निवेश में अंतर को समझना इत्यादि।

अपना निवेश प्रारंभ करने के पहले उस से संबंधित मूलभूत बातों को तथा अपने लक्ष्य को समझना अति आवश्यक है। आपको अपने निवेश के संबंधित ज्ञान या जानकारी को समय-समय पर सीखते हुए बढ़ाते चले जाना चाहिये।

बचत और निवेश में अंतर को समझने के लिए पढ़े सिर्फ बचत की आदत सही नहीं / Only Habit Of Saving Is Not Good

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